30 ज्ञान की बाते जाने श्री कृष्ण से – Krishna Shubh Vichaar

30+ Shree Krishna Motivational Suvichar Hindi श्री कृष्ण के अनमोल वचन Lord Krishna Suvichars In Hindi , आज हम आपको श्रीकृष्ण के कुछ सुविचार देने जा रहे हैं। ये सुविचार हमें सही मार्ग पर चलने और जीवन के कठिन समय में साहस बनाए रखने के लिए प्रेरित करते हैं। इनमें जीवन के विभिन्न पहलुओं पर आधारित ज्ञानवर्धक बातें शामिल हैं, जो हमें मानसिक और आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनाती हैं। आइए, इन विचारों को समझते हैं और अपने जीवन में उन्हें अपनाते हैं।

4 श्रीकृष्ण की 5 अनमोल बातें। _ 5 Powerful Life Lessons - By Lord Krishna _ Shuddh Vichaar

जो आपका ना हो उस पर कभी हक मत जताना, और जो समझ ना सके उसे कभी अपना दुख मत बताना।
जीवन में हर चीज पर अधिकार जताने की जरूरत नहीं होती, खासकर जो आपकी नहीं है। अपने दुख केवल उन्हीं से साझा करें जो आपको समझ सकते हैं।
उदाहरण: किसी दोस्त से अत्यधिक उम्मीद रखने के बजाय उसे उसकी क्षमता के अनुसार समझें।

लोगों से डरना छोड़ दो, इज्जत ऊपर वाला देता है लोग नहीं।
इज्जत भगवान की देन है, दूसरों की राय से खुद को कमजोर ना समझें।
उदाहरण: किसी की निंदा से डरने की बजाय अपने कार्य में विश्वास रखें।

बहते पानी की तरह बहते जाओ, कचरा अपने आप किनारे लग जाएगा।
जीवन में रुकावटों के बावजूद आगे बढ़ते रहें, समस्याएं अपने आप दूर हो जाएंगी।
उदाहरण: किसी समस्या में उलझने की बजाय अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें।

कुछ दर्द जिंदगी में ऐसे मिलते हैं जिन्होंने जान भी ली और जिंदा भी छोड़ दिया।
कभी-कभी दर्द ऐसा होता है जो हमें अंदर से कमजोर कर देता है, पर हमें जीने के लिए मजबूर करता है।
उदाहरण: रिश्तों में मिले धोखे से सीख लेकर खुद को और मजबूत बनाएं।

शिकायतें तो सभी को हैं जिंदगी से, पर जो जीना चाहते हैं, वे शिकायतें नहीं करते।
जो सचमुच जीवन का आनंद लेना चाहते हैं, वे परिस्थितियों से शिकायत करना छोड़ देते हैं।
उदाहरण: हर परिस्थिति में समाधान ढूंढने की कोशिश करें, शिकायत करने से कुछ नहीं बदलेगा।

धीरे-धीरे सब कुछ हो जाएगा। जैसे माली सैकड़ों घड़े पानी पेड़ पर डालता है, परंतु फल तो ऋतु आने पर ही लगता है।
सभी कार्य समय के अनुसार ही पूरे होते हैं, धैर्य रखना जरूरी है।
उदाहरण: मेहनत करते रहें, परिणाम सही समय पर मिलेगा।

कभी अकेला चलना पड़े तो डरना मत, क्योंकि श्मशान, शिखर और सिंहासन पर आदमी अकेला ही होता है।
कभी-कभी अकेले चलने का समय भी आता है, लेकिन इससे घबराएं नहीं।
उदाहरण: किसी नए व्यवसाय की शुरुआत में अकेलापन महसूस करना सामान्य है, धैर्य रखें।

अगर तुम अपना राज किसी और को बताओगे तो तुम उसके गुलाम हो जाओगे।
अपने रहस्यों को खुद तक सीमित रखना चाहिए, वरना वह आपकी कमजोरी बन सकते हैं।
उदाहरण: अपने निजी मामलों को दोस्तों के साथ साझा करने से बचें, अगर वे भरोसेमंद न हों।

जो व्यक्ति थोड़े में ही खुश रहता है, सबसे अधिक खुशी उसी के पास होती है।
संतोष ही सच्ची खुशी है, कम में संतुष्ट रहने वाले हमेशा खुश रहते हैं।
उदाहरण: साधारण जीवन जीने और छोटी-छोटी चीजों में खुशी ढूंढने का प्रयास करें।

दिल में चुप जाती हैं अक्सर अपनों की बातें, गहराई में इतना दम नहीं कि आंखों में आंसू ला दे।
अपने प्रियजनों के शब्द हमें गहरी चोट पहुंचा सकते हैं, लेकिन हमें मजबूत बने रहना चाहिए।
उदाहरण: किसी करीबी के कहे कठोर शब्दों को दिल पर लेने के बजाय उनके अच्छे पक्ष को याद करें।

“शायद इसलिए पीछे हूं क्योंकि मुझे होशियारी नहीं आती, बेशक लोग ना समझे मेरी वफादारी मगर मुझे गद्दारी नहीं आती।”
लोग आपकी ईमानदारी और वफादारी को नहीं समझ सकते, लेकिन सच्चाई पर चलने वाले व्यक्ति को गद्दारी करना नहीं आता।
उदाहरण: एक सच्चा दोस्त हमेशा अपने दोस्तों का साथ देता है, भले ही दूसरे लोग उसे समझ न पाएं।

“जिसकी फितरत हमेशा बदलने की हो, वह कभी किसी का नहीं हो सकता।”
चाहे समय हो या इंसान, जो बार-बार बदलता है, वह किसी का नहीं हो सकता।
उदाहरण: कोई व्यक्ति जो अपनी बातों और वादों को हमेशा बदलता रहता है, उस पर विश्वास करना मुश्किल होता है।

“जब दर्द और कड़वी बोली दोनों सहन होने लगे तो समझ लेना कि आपको जीना आ गया है।”
मुश्किलों और आलोचनाओं को सहना सीखना जीवन की सच्ची कला है।
उदाहरण: एक व्यक्ति जो जीवन में संघर्ष और आलोचनाओं का सामना करता है और फिर भी शांत रहता है, उसने जीना सीख लिया है।

“जीवन में हर तूफान नुकसान करने नहीं आता, कुछ तूफान रास्ता साफ करने भी आते हैं।”
जीवन में आने वाली कठिनाइयों का मकसद हमेशा नुकसान नहीं होता, बल्कि कभी-कभी वे नई राह भी दिखाते हैं।
उदाहरण: किसी की नौकरी छूट जाने के बाद उसने खुद का व्यवसाय शुरू किया और उसमें सफलता पाई।

“तुम दुनिया में सबसे जीत सकते हो सिवाय उस इंसान के जो तुम्हारी खुशी के लिए जानबूझकर हार जाता है।”
माता-पिता हमेशा अपने बच्चों की खुशी के लिए अपनी इच्छाएं छोड़ देते हैं और जानबूझकर हार जाते हैं।
उदाहरण: एक पिता अपने बच्चे के साथ खेल में हार जाता है ताकि बच्चा खुश हो सके।

“मुझे उन लोगों से दिक्कत नहीं है जो मुझे पसंद नहीं करते, मुझे उन लोगों से दिक्कत है जो मुझे पसंद करने का दिखावा करते हैं।”
सच्चे लोगों से समस्या नहीं होती, पर दिखावा करने वाले लोगों से होती है।
उदाहरण: कोई सहकर्मी जो सामने से अच्छा दिखने का दिखावा करता है, लेकिन पीछे से आपकी आलोचना करता है।

“यहां हर किसी को दरारों में झांकने की आदत है, अगर दरवाजा खोल दो तो कोई पूछने भी नहीं आता।”
लोग दूसरों की कमियां देखने के लिए तैयार रहते हैं, लेकिन अगर आप अपनी पूरी कहानी बताते हैं, तो वे रुचि नहीं दिखाते।
उदाहरण: जब कोई व्यक्ति अपनी परेशानी किसी से साझा करता है, तो लोग मदद करने के बजाय उसे दोष देने लगते हैं।

“जीवन में कभी किसी को समय देने के लिए मत कहो, यदि उसको आपकी कद्र होगी तो वह खुद आपके लिए समय निकालेगा।”
जो लोग आपकी कद्र करते हैं, वे खुद आपके लिए समय निकालते हैं।
उदाहरण: सच्चा दोस्त हमेशा आपके लिए समय निकालता है, बिना आपको कहे।

“गुस्सा होना बुरी बात नहीं है, गुस्से में बुराई तब है जब आदमी अपना विवेक खो दे।”
गुस्सा स्वाभाविक है, लेकिन विवेक खोना गलत है।
उदाहरण: जब कोई आपको परेशान करता है, तो गुस्सा होना स्वाभाविक है, लेकिन उस पर नियंत्रण रखना महत्वपूर्ण है।

“परमात्मा ने आपको सबसे अलग बनाया है, इसलिए दूसरों के जैसा बनकर अपनी वास्तविकता को नष्ट ना करें।”
हमें खुद को दूसरों से तुलना नहीं करनी चाहिए और अपनी अलग पहचान बनाए रखनी चाहिए।
उदाहरण: कोई व्यक्ति जो अपनी विशेषता को समझता है और दूसरों की नकल नहीं करता, वही अपने जीवन में सफल होता है।

“सफलता की घटना सबसे पहले आपके मन में घटती है, उसके बाद आपके जीवन में।”
सफलता का पहला कदम मन में शुरू होता है।
उदाहरण: एक खिलाड़ी पहले अपने मन में जीतने की ठान लेता है और फिर मैदान में जीत हासिल करता है।

“लोग तो बहुत कोशिश करेंगे मिट्टी में दबाने की, लेकिन अपनी आदत बना ले बीज बनकर बार-बार उगने की।”
लोग आपको दबाने की कोशिश करेंगे, लेकिन हमें हर बार फिर से उठ खड़ा होना चाहिए।
उदाहरण: किसी व्यवसायी को कई बार असफलता मिली, लेकिन हर बार उसने फिर से शुरुआत की और अंततः सफल हुआ।

“असली दौलत रिश्ते हैं, चाहे वह परिवार हो दोस्त हो या कोई इंसान जिससे हम प्यार करते हैं।”
जीवन में सबसे कीमती चीज रिश्ते होते हैं।
उदाहरण: एक वृद्ध व्यक्ति ने महसूस किया कि उसके जीवन में असली खुशी उसके दोस्तों और परिवार के साथ बिताए गए पलों में है, न कि दौलत और शोहरत में।

निष्कर्ष Krishna Shubh Vichaar

इन सुविचारों से हमें यह सिखने को मिलता है कि जीवन में कठिनाइयों का सामना करना, सच्चे रिश्तों को समझना और स्वयं की वास्तविकता को पहचानना सबसे महत्वपूर्ण है। सफलता और खुशी का असली अर्थ अपने रिश्तों को महत्व देने और सही सोच के साथ आगे बढ़ने में छिपा है। दौलत और शोहरत से खुशी थोड़ी देर के लिए मिल सकती है, लेकिन सच्ची खुशी और मानसिक शांति अपने करीबी रिश्तों और आत्मविश्वास से ही मिलती है। इसलिए हमें जीवन में रिश्तों को समय और सम्मान देना चाहिए और अपनी विशेषता को पहचानना चाहिए।

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